अहो किशोरी इतनी मोपे कृपा करू बलिजाऊं
शोवत जागत रटूं निरन्तर राधा राधा गाऊँ
जान परे नहीं साँझ सवेरो ऐसे जनम गावाओं
शोवत जागत रटूं निरन्तर राधा राधा गाऊँ
अहो लाड़ली इतनी मो पे कृपा करू बलिजाऊं
अहो लड़ैती इतनी मो पे कृपा करू बलिजाऊं