Tuesday, July 19, 2016

तेरी बंसी पे जाऊं बलिहार रसिया Teri Bansi Pe Jaon Balihaar Rasiya

तेरी बंसी पे जाऊं बलिहार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया।

ओड़ के आई मैं तो लाल चुनारिया,
मटकी उठा के मैं तो बन गयी गुजरिया।
मैं तो कर आई सोला श्रृंगार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

तेरे पीछे मैं तो आई अकेली,
बड़े गोप की नयी नवेली।
आई हूँ करने मनोहार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

जब से लगी है तेरी लगनवा,
बिसर गयो मोहे घर आंगनवा।
मैं तो छोड़ आई सारा संसार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

बिच बाजार मेरी बइयाँ न पकड़ो,
मान भी जाओ मुझे ऐसे न झटको 
लोग चुगली करेंगे सौ सौ बार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

ओड़ के आई मैं तो बजरंगी चुनरिया,
नाक में पहनी मैं प्यारी नथनिया।
मैं तो पायल की दूंगी झंकार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

सास लढ़े चाहे लढ़े जेठानी,
चाहे सजन करे मनमानी 
मैं तो आऊंगी जमुना के पार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

माखन मिश्री तुझको खिलाऊंगी,
नाच नाच के मैं तुझको रिझाऊँगी। 
तेरे सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया॥

तेरी मुरली पे, तेरी अखियन पे, तेरी चितवन पे, तेरी माला पे, 
तेरी पीताम्बर पे, तेरी लकुटिया पे, तेरी चरणन पे 
जाऊं बलिहार रसिया,
मैं तो नाचूंगी बीच बाज़ार रसिया