Friday, August 7, 2015

एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा Ek Radha Ek Mira DoNou Ne Shyam Kou Chaha

एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो 
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी 
एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा 
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी 

राधा  ने मधुबन में ढूंढा मीरा ने मन में पाया 
राधा जिसे खो बैठी वोह गोविन्द  मीरा हाथ बिकाया 
एक मुरली एक पायल एक पगली एक घायल 
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो 
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो 
एक सूरत  लुभानी एक म रत लुभानी
एक सूरत  लुभानी एक म रत लुभानी 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी 

मीरा  के प्रभु गिरिधर  नागर राधा के मनमोहन 
मीरा  के प्रभु गिरिधर  नागर राधा के मनमोहन 
राधा नित  श्रंगार करे और मीरा बन गयी जोगन 
एक रानी एक दासी दोनों हरि  प्रेम की प्यासी 
अंतर क्या दोनों की तृप्ति  में बोलो 
अंतर क्या दोनों की तृप्ति  में बोलो 
एक जीत न माने एक हार न माने 
एक जीत  न माने एक हार न माने 

एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा 
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो 
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी 
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी


Sunday, August 2, 2015

सांवरिया ले चल परली पार Sanwariya le chal parli paar


सांवरिया ले चल परली पार 
जहाँ बिराजै राधा रानी 
अलबेली सरकार
सांवरिया ले चल परली पार  

गुण अबगुण सब तेरे अर्पण 
पाप पुन्य सब तेरे अर्पण 
बुद्धि सहित मन तेरे अर्पण 
ये जीवन भी तेरे अर्पण 
मैं तेरे चरणों की दासी 
मेरे प्राण आधार 
कन्हैया ले चल परली पार 
सांवरिया ले चल परली पार

तेरी आस लगा बैठी हूँ 
लज्या शील गवाँ बैठी हूँ 
ऑंखें खूब पका बैठी हूँ 
अपना आप लूटा बैठी हूँ   
सांवरिया मैं तेरी रागनी 
तू मेरा मल्हार 
कन्हैया ले चल परली पार 
सांवरिया ले चल परली पार

जग की कुछ परवाह नहीं हे 
अब कोई बाकी चाह नहीं हे 
चारों तरफ छाया अँधियारा 
सुजत कोई राह नहीं हे 
मेरे प्रियतम मेरे मांझी 
करदो बेड़ा पार 
कन्हैया ले चल परली पार 
सांवरिया ले चल परली पार

आनन्द घन यहाँ बरष रहा हे 
पता पता हरष रहा हे 
पि पि केह कोई तरस रहा हे 
हरी बेचारा तरश रहा हे 
बहुत हुए अब हार चुकी मैं 
मत छोड़ो मझधार 
कन्हैया ले चल परली पार 
सांवरिया ले चल परली पार

मेरा कोई ना , हाय मेरा कोई ना
मेरा कोई ना सहारा बीन तेरे 
नन्दलाल साँवरिया मेरे 
गोपाल साँवरिया मेरे 
ये नन्दलाल साँवरिया मेरे 
मेरा कोई ना सहारा बीन तेरे 
नन्दलाल साँवरिया मेरे 
ये गोपाल साँवरिया मेरे 
ये नन्दलाल साँवरिया मेरे 

बोलो बांके बिहारी लाल की जय 
जय जय श्री राधे (3)
Sanwariya le chal parli paar
Jaha viraje radha rani
Albeli sarkar
Sanwariya le chal parli paar



Gun aavgun sab tere arpan
Pap punyaa sab tere arpan
Budhhi sahit mann tere arpan
Ye jeevan bhi tere aarpan
Main tere charnan ki dasi
Mere pran aadhar
Kanihya le chal parli paar
Sanwariya le chal parli paar
 

Teri aas laga baithi hu
Lajja sheel gava baithi hu
Aankhe khoob paka baithi hu
Apna aaap luta baithi hu
Sanwariya..sanwariya..sanwariya
Sanwariya mai teri raagni
Tu mera mallhaar
Kanihya le chal parli paar
Sanwariya le chal parli paar

 Jag ki kuchh parvaah nahi hai
Ab koi baaki chaah nahi hai
Chaaro taraf chhaya andhiyaara
Sujat koi raah nahi hai
Mere priyatam mere manjhi
Kardo beda paar
Naiyya le chal parli paar
Sanwariya le chal parli paar
Kanihya le chal parli paar

Aanand ghan yaha barash raha hai
Patta patta harsh raha hai
Pe pe ke koi tarsh raha hai
Hari bechara tarash raha hai
Bahut hue ab haar chuki mai
Matt chhodo majhdhaar
Naiyya le chal parli paar
Matt chhodo majhdhaar
Naiyya le chal parli paar
Sanwariya le chal parli paar

 Mera Koi Na, Haye Mera Koi Na
Mera Koi Na Sahara Bin Tere
Nandalal Sanwaria Mere
Gopal Sanwaria Mere
Ye Nandalal Sanwaria Mere
Mera Koi Na Sahara Bin Tere
Nandalal Sanwaria Mere
Ye Gopal Sanwariya Mere
Ye Nandalal Sanwariya mere

Bolo Banke Bihari Lal Ki Jai
Jai Jai Sri Radhe (3)

Monday, June 15, 2015

सरस किशोरी, वयस कि थोरी Saras Kishori Wayas Ki Thori

सरस किशोरीवयस कि थोरीरति  बोरीकीजै कृपा की कोर।

साधन हीन, दीन मैं राधे, तुम करुणामई प्रेम-अगाधे,
काके द्वारे, जाय पुकारे, कौन निहारे, दीन दुखी की ओर।
सरस किशोरी, वयस कि थोरी, रति रस बोरी, कीजै कृपा की कोर।

करत अघन नहिं नेकु उघाऊँ, भजन करन में मन को लगाऊँ ,
करी बरजोरी, लखि निज ओरी, तुम बिनु मोरी, कौन सुधारे दोर।
सरस किशोरी, वयस कि थोरी, रति रस बोरी, कीजै कृपा की कोर।

भलो बुरो जैसो हूँ तिहारो, तुम बिनु कोउ न हितु हमारो,
भानुदुलारी, सुधि लो हमारी, शरण तिहारी, हौं पतितन सिरमोर।
सरस किशोरी, वयस कि थोरी, रति रस बोरी, कीजै कृपा की कोर।

गोपी-प्रेम की भिक्षा दीजै, कैसेहुँ मोहिं अपनी करी लीजै,
तव गुण गावत, दिवस बितावत, दृग झरि लावत, ह्वैहैं प्रेम-विभोर।
सरस किशोरी, वयस कि थोरी, रति रस बोरी, कीजै कृपा की कोर।

पाय तिहारो प्रेम किशोरी!, छके प्रेमरस ब्रज की खोरी,
गति गजगामिनिछवि अभिरामिनीखि निज स्वामिनीबने बिहारी चकोर॥

सरस किशोरीवयस कि थोरीरति  बोरीकीजै कृपा की कोर।

Saras Kishori, Bayas Ki Thori Rati Ras Bhori
Kijai kripa Ki Koor Shri Radhe

Sadhan Heen Deen Mai Radhe
Tum Karunamayi Prem Agadhe
Kake Dware Jaye Pukare
Kaun Nihare Deen

Karat Aghan Nahi Nek Aghaam
Bhajan Karan Meina Mann Ko Lagam
Kari Bar Jori Sakhi Mann Hori
Tum Bin Mori Kaun Sudhare Dor

Bhalo buro jaisen hun tiharo
Tum binu kaou na hit hamarou
Bhanu dulari, sudhi lou hamari,
Sharan tihari, houn patitan sirmour

Gopi Prem Ki Bhiksha Dije
Kaise Hu Mohe Apno Kar Lijye
Tor Gun Gawat Diwas Bitawat
Dhrag Barsawat Mai Ho Prem Vibhor

Payaa Tiharou Prem Kishori
Chakey PremRash Braj Ki Khori
Gati GajGamini, Chabi Abhiramini,
Lakhi Nij Swamini, Baney Bihari  Chakor